अलोक नाथ को टेलीविज़न और हिंदी फिल्मों में उनके योगदान के लिए जाना जाता है| अलोक नाथ ने वर्ष 1980 में दूरदर्शन पर प्रसारित किये जाने वाले धारावाहिक रिश्ते नाते से टेलीविज़न धारावाहिकों से अभिनय के क्षेत्र में पदार्पण किया था| इस धारावाहिक में उन्होंने बाबूजी का किरदार निभाया था| उन्होंने कईं सुपर हिट धारावाहिकों जैसे कि बुनियाद, भारत एक खोज, दाने अनार के आदि में भी काम किया| वर्ष 1982 में उन्होंने महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित फिल्म गांधी में तैय्यब मुहम्मद के किरदार से हिंदी फिल्मों में पदार्पण किया था| इस फिल्म में भी उनके अभिनय की खूब प्रशंसा की गयी थी |
अलोक नाथ अब तक 220 से अधिक फिल्मों तथा 28 से अधिक धारावाहिकों में काम कर चुके हैं| वर्ष 2018 में चले मी टू मूवमेंट विनता दत्ता द्वारा अलोक नाथ के ऊपर रेप का आरोप लगाया| जिसका अलोक नाथ ने खंडन किया|
अलोक नाथ का जन्म और उनकी पारीवारिक पृष्ठभूमि | (Birth of Alok Nath and his family background.)
अलोक नाथ का जन्म 10 जुलाई 1956 को खगड़िया , बिहार में हुआ था| इनके माता – पिता के विषय में कोई जानकारी नहीं मिलती है| इनकी दो बहने हैं , जिनमें से एक अभिनेत्री हैं और उनका नाम विनीता मालिक है| यह हिन्दू धर्म की मैथिली ब्राह्मण समुदाय से सम्बन्ध रखते हैं|
अलोक नाथ की शैक्षणिक योग्यता (Alok Nath’s Educational Qualification)
अलोक नाथ की शैक्षणिक योग्यता के विषय में तो जानकारी नहीं मिलती है परन्तु इतना ज्ञात है कि उन्होंने मॉडर्न स्कूल बारखम्बा रोड दिल्ली से स्कूली शिक्षा और हिन्दू कॉलेज दिल्ली से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है| उसके पश्चात इन्होने नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा नई दिल्ली में दाखिला ले लिया| जहां से इन्होने अभिनय के क्षेत्र में स्नातक की शिक्षा की|
अलोक नाथ की व्यक्तिगत जानकारी (Personal Information of Alok Nath)
वास्तविक नाम | अलोक नाथ |
उपनाम | बाबूजी |
अलोक नाथ का जन्मदिन | 10 जुलाई 1956 |
अलोक नाथ की आयु | 68 वर्ष |
अलोक नाथ का जन्मस्थान | खगड़िया , बिहार भारत |
अलोक नाथ का मूल निवास स्थान | खगड़िया , बिहार भारत |
अलोक नाथ का पता | 901, सकयडेक ओशिवाड़ा कॉम्प्लेक्स, ऑफ न्यू लिंक रोड़ , अँधेरी वेस्ट मुंबई| |
अलोक नाथ की राष्ट्रीयता | भारतीय |
अलोक नाथ का धर्म | हिन्दू |
अलोक नाथ की जाती | मैथिली ब्राह्मण |
अलोक नाथ की शैक्षणिक योग्यता | अभिनय में स्नातक |
अलोक नाथ के स्कूल का नाम | मॉडर्न स्कूल , बारहखम्बा रोड़ , दिल्ली |
अलोक नाथ के कॉलेज का नाम | हिन्दू कॉलेज दिल्लीड नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा नई दिल्ली |
अलोक नाथ का व्यवसाय | अभिनेता और निर्माता |
अलोक नाथ की कुल संपत्ति | 80 से 100 करोड़ के लगभग |
अलोक नाथ की वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
अलोक नाथ की वैवाहिक तिथि | वर्ष 1987 |
अलोक नाथ की शारीरिक संरचना (Body Structure of Alok Nath)
अलोक नाथ की लम्बाई | 5 फ़ीट 7 इंच |
अलोक नाथ का वज़न | 70 किलोग्राम |
अलोक नाथ का शारीरिक माप | छाती 38 इंच, कमर 34 इंच, बाइसेप्स 13 इंच |
आलोक नाथ की आंखों का रंग | गहरा भूरा |
आलोक नाथ के बालों का रंग | काला और सफेद |
आलोक नाथ का परिवार (Alok Nath’s family)
आलोक नाथ के पिता का नाम | ज्ञात नहीं |
आलोक नाथ की माता का नाम | ज्ञात नहीं |
आलोक नाथ की बहनों का नाम | विनीता मलिक( अभिनेत्री), दूसरी बहन का नाम ज्ञात नहीं |
आलोक नाथ की पत्नी का नाम | आशु सिंह |
आलोक नाथ के बेटे का नाम | शिवांग नाथ |
आलोक नाथ की बेटी का नाम | जुन्हाई नाथ |
आलोक नाथ का टेलीविजन धारावाहिकों में पदार्पण (Alok Nath’s debut in television serials)
आलोक नाथ के पिता तथा दादा दोनों ही पेशे से डॉक्टर थे और वह चाहते थे कि आलोक नाथ भी बड़े होकर डॉक्टर ही बनी परंतु बचपन से ही आलोक नाथ का रुझान अभिनय के क्षेत्र में था। वह स्कूल कॉलेज में भी होने वाले नाटकों में हिस्सा लिया करते थे। आलोक नाथ ने वर्ष 1980 में दूरदर्शन पर प्रसारित किए जाने वाले धारावाहिक रिश्ते नाते में बाबूजी के किरदार से टेलीविजन धारावाहिकों में पदार्पण किया था। उसके पश्चात उन्होंने दर्पण, तितलियां तथा चपटे चैप्टर धारावाहिकों में भी काम किया परंतु टेलीविजन इंडस्ट्री में उनको मुख्य पहचान पहली बार वर्ष 1986 में रमेश सिप्पी और ज्योति द्वारा निर्देशित धारावाहिक बुनियाद में मास्टर हवेली राम किरदार से प्राप्त हुई थी।
वर्ष 1988 में इन्होंने भारत एक खोज धारावाहिक में विवेकानंद की भूमिका भी निभाई थी। इसके पश्चात उन्होंने टेलीविजन के कई सुपरहिट धारावाहिक को जैसे कि तलाश वर्ष 1992, तारा वर्ष 1993, दाने अनार के वर्ष 1994, कभी-कभी वर्ष 1997, पिया का घर वर्ष 2002, वो रहने वाली महलों की वर्ष 2005, हर घर कुच कहता है वर्ष 2007, घर एक सपना वर्ष 2007, कुछ तो लोग कहेंगे वर्ष 2011, दो दिल बंधे एक डोरी से वर्ष 2013, मेरे रंग में रंगने वाली वर्ष 2014 तथा यह रिश्ता क्या कहलाता है वर्ष 2015।
आलोक नाथ का हिंदी सिनेमा में पदार्पण (Alok Nath’s debut in Hindi cinema)
आलोक नाथ ने वर्ष 1982 में महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित बायोग्राफिकल फिल्म गांधी में तैयब मोहम्मद का किरदार निभाकर हिंदी सिनेमा में पदार्पण किया। इस फिल्म में उनके अभिनय की खूब प्रशंसा की गई। वर्ष 1984 में इन्होंने यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित फिल्म मशाल में दिनेश की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में उनके सह कलाकार दिलीप कुमार, वहीदा रहमान, अनिल कपूर और रति अग्निहोत्री। वर्ष 1984 में महेश भट्ट द्वारा निर्देशित फिल्म सारांश में इन्होंने पंडित/ ज्योतिषी का किरदार निभाया था। इस फिल्म में अनुपम खेर और इनके अभिनय की खूब तारीफ हुई। इस फिल्म के पश्चात आलोक नाथ ने कई फिल्मों में काम किया परंतु उन्हें हिंदी सिनेमा में कोई उच्च स्थान प्राप्त नहीं हो पाया। वर्ष 1988 में उन्होंने मंसूर खान द्वारा निर्देशित फिल्म कयामत से कयामत तक में जसवंत सिंह की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म से इनको पहले से अधिक पहचान प्राप्त हुई।
वर्ष 1990 में मुकुल आनंद द्वारा निर्देशित एक्शन क्राईम ड्रामा फिल्म अग्निपथ में इन्होंने विजय ( अमिताभ बच्चन) के पिता दीनानाथ चौहान का मुख्य किरदार निभाया था। जिसको दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया और यह फिल्म भी सुपरहिट। वर्ष 1990 में इन्होंने ए कोडंडारामी द्वारा निर्देशित फिल्म जमाई राजा में विश्वनाथ और वर्ष 1992 में डेविड धवन द्वारा निर्देशित रोमांटिक एक्शन कॉमेडी ड्रामा फिल्म शोला और शबनम में पुलिस कमिश्नर यशपाल थापा की भूमिका निभाई थी।
आलोक नाथ को सबसे अधिक लोकप्रियता वर्ष 1994 में सूरज बड़जात्या द्वारा निर्देशित म्यूजिकल रोमांटिक ड्रामा फिल्म हम आपके हैं कौन से प्राप्त हुई थी। इस फिल्म में इन्होंने कैलाश नाथ का किरदार निभाया था। इस फिल्म की कुल कमाई 1.27 बिलियन रुपए थी। वर्ष 1999 में इन्होंने सूरज बडजात्या द्वारा निर्देशित फैमिली ड्रामा फिल्म हम साथ साथ हैं में राम किशन का किरदार निभाया था। इन दोनों ही फिल्मों में आलोक नाथ के अभिनय की दर्शकों तथा क्रिटिक्स दोनों ने ही तारीफ की।
अक्टूबर 2018 को मी टू मूवमेंट में आलोक नाथ के ऊपर टीवी प्रोड्यूसर विनता नंदा ने रेप का आरोप लगाया था। जो उनके साथ वर्ष 1990 के दशक में काम कर चुकी थी। इसके साथ ही रेणुका शहाणे, हिमानी शिवपुरी, संध्या मृदुल, और दीपिका अमीन अभिनेत्रियों ने भी आलोक नाथ पर उनके बुरे व्यवहार और असॅल्टेड के आरोप लगाए। आलोक नाथ ने इन सभी आरोपों का खंडन किया और सबूतों की कमी होने के कारण 11 अगस्त 2019 को इन पर लगे सभी आरोपों को बंद कर दिया गया।